shayari in hindi No Further a Mystery

दहलीज हूँ... दरवाजा हूँ... दीवार नहीं हूँ।

खरीद लाये थे कुछ सवालों का जवाब ढूढ़ने।

झुकाकर पलकें शायद कोई इकरार किया उसने,

जुल्फें तेरी बादल जैसी आँख में तेरे समंदर है,

अगर मोहब्बत से पेश आते तो न जाने क्या होता।

मंजिल की तलाश में खुद को अकेले चलना होगा,

क़यामत देखनी हो अगर चले जाना किसी महफ़िल में,

खुदा Love Quotes माना, आप न माने, वो लम्हे गए यूँ ठहर से,

सौदा करते हैं लोग यहाँ एहसासों के बदले,

मैं घर का रास्ता भूला, जो निकला आपके शहर से,

कुछ ज़रूरतें पूरी, कुछ ख्वाहिशें अधूरी,

बेचैन दिल को सुकूं की तलाश में दर-ब-दर तो न कर,

कि पता पूछ रहा हूँ मेरे सपने कहाँ मिलेंगे?

रहा मैं वक़्त के भरोसे और वक़्त बदलता रहा,

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